NIRF Ranking 2024: की लिस्ट जल्द ही जारी होने वाली है ऐसे में क्या आपको पता है कि आखिर यूनिवर्सिटीज को किन पैरामीटर के आधार पर रैंकिंग दी जाती है साथ ही साथ यूनिवर्सिटीज को रैंकिंग देने वाला NIRF क्या है किस पैरामीटर का वेज कितना होता है आदि सारी जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल में लास्ट तक बन रहे।
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क या National Institutional Ranking Framework (NIRF) भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा भारत में स्थित प्रत्येक उच्च शिक्षा संस्थानों को रैंक प्रदान करने के लिए अपनाई गई एक पद्धति है शिक्षा मंत्रालय द्वारा एनआईआरएफ रैंकिंग प्रदान करने के लिए भारत के सभी कॉलेज अथवा इंस्टिट्यूट में जाकर वहां मौजूद सभी रिसोर्स का निरीक्षण किया जाता है जिसके आधार पर उस कॉलेज अथवा इंस्टिट्यूट को रैंक प्रदान किया जाता है।
NIRF Ranking 2024
NIRF की रैंकिंग में जिस कॉलेज अथवा इंस्टीट्यूट को सबसे ऊपर स्थान दिया जाता है इसका अर्थ है कि वह बहुत अच्छे कॉलेज या इंस्टिट्यूट है तथा वहां पढ़ाई के साथ सभी एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटी का स्तर बहुत अच्छा है अर्थात NIRF रैंकिंग में जिस कॉलेज का इंस्टिट्यूट को सबसे कम रैंक मिलता है वह कॉलेज अथवा इंस्टिट्यूट उतना ही अच्छा होता है और जिस कॉलेज में इंस्टिट्यूट को बहुत ज्यादा रैंक मिलता है उसमें पढ़ाई तथा एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटी का स्तर उतना ही नीचे होता है।
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जब भी आप अपने बच्चों का एडमिशन किसी कॉलेज या इंस्टिट्यूट में करवाने जाते हैं तो उससे पहले आपको उस कॉलेज अथवा इंस्टीट्यूट की एनआईआरएफ रैंकिंग अवश्य देखनी चाहिए ताकि आपके बच्चे का एडमिशन एक अच्छे कॉलेज में हो सके और उसका पढ़ाई के साथ और विभिन्न प्रकार की एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज के द्वारा उसका पर्सनालिटी डेवलप होने में सहायता मिल सके।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा एनआईआरएफ रैंकिंग प्रत्येक यूनिवर्सिटी को प्रदान की जाती है परंतु क्या आपको पता है की रैंक देने का पैमाना क्या है और कुछ कॉलेज को अच्छी रैंक मिलती और कुछ कॉलेजों को आखिरी रैंक दिया जाता हैं तो यह रैंक किस आधार पर दी जाती है आपके सभी सवालों के जवाब हम आपको इस आर्टिकल में देंगे।
सभी शिक्षण संस्थानों को रैंक प्रदान करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा एक कोर्स समिति का गठन किया जाता है इस समिति के सिफारिश के आधार पर यूनिवर्सिटी या कॉलेज के लिए पांच पैरामीटर तय किया गया है जो की निम्नलिखित है-
- टीचिंग, लर्निंग, संसाधन (मार्क्स 100, वेटेज 0.30)
- रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिस (मार्क्स 100, वेटेज 0.30)
- आउटरीच और समावेशित (मार्क्स 100, वेटेज 0.10)
- ग्रेजुएशन आउटकम (मार्क्स 100, वेटेज 0.20)
- धारणा (मार्क्स 100, वेटेज 0.10)
कोर्स समिति द्वारा दिए गए इन पांच पैरामीटर के आधार पर ही सभी यूनिवर्सिटी की रैंकिंग की जाती है जिसमें प्रत्येक पैरामीटर की अपनी एक वेटेज है प्रत्येक यूनिवर्सिटी को इन पांच पैरामीटर में से प्राप्त अंकों को जोड़कर